कोरोना वायरस के कारण अब प्रवासी मजदूर अपने अपने घरो की और जा रहे है सभी राज्य सरकारे प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोकने में असफल रही है क्योकि श्रमिकों के अनुसार अब सरकार उनकी और कोई ध्यान नहीं दे रही है कई श्रमिक तो कई दिनों से भूखे है और अब उनके पास घर जाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है जिसके बाद राज्य सरकारे भी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है।
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अन्य राज्य अब उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति के बाद ही श्रमिकों को वापस बुला सकेगी जिसके बाद कांग्रेस और शिवसेना सरकार ने योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा की उत्तर प्रदेश से यहाँ आने वाले श्रमिकों को भी हमसे, महाराष्ट्र सरकार से और यहाँ की पुलिस से अनुमति लेनी पड़ेगी।
इसके साथ ही कांग्रेस महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि प्रवासी श्रमिक देश के नागरिक है उन्हें देश में कही भी काम करने के लिए अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है और उन्होंने योगी आदित्यनाथ को अक्षम और हृदयहीन मुख्यमंत्री करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा योगी आदित्यनाथ के पास यूपी को बेहतर बनाने के लिए दूरदृष्टि नहीं है जिससे वहां के लोगो को पलायन करने की जरूरत न पड़े।
आपको बता दे कि महाराष्ट्र कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है देश के कुल मामलो में 23% मामले महाराष्ट्र से ही सामने आये है जिसके बाद बीजेपी सरकार ने उद्धव सरकार का आरोप लगाते हुए कहा कि उद्धव सरकार कोरोना वायरस से निपटने में पूरी तरह विफल हुई है। जिसके चलते महाराष्ट्र में आज हालत बेकाबू हो गए है।
देश में सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश जनसंख्या महाराष्ट्र से लगभग दोगुनी है बावजूद इसके यूपी सरकार ने अभी तक हालात पर नियंत्रण पाया हुआ है। यूपी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 6500 के करीब है जबकि महाराष्ट्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या 40000 तक पहुंच चुकी है। लेकिन कोरोना काल में भी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप थम नहीं रहा है।
No comments:
Post a Comment