मनियर, बलिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को बताया गया कि जनसंख्या वृद्धि से होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए एक 11 जुलाई 1989 को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत हुई, ताकि जनसंख्या वृद्धि से होने वाले दुष्परिणाम से बचा जा सके। बताया गया कि आशाएं घर घर जाकर दंपतियों से मिलेगी। परिवार नियोजन की उपायों पर जानकारी देगी। उनको परिवार नियोजन के साधन भी उपलब्ध कराएंगी।

जनसंख्या स्थिरता लाने में जन सहयोग की अपेक्षा करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर के प्रभारी डॉ निशांत शहाबुद्दीन ने कहा कि जनसंख्या की वृद्धि से माता पिता अपने बच्चों को न तो पौष्टिक भोजन दे पाते हैं और न ही उन्हें उचित शिक्षा उपलब्ध करा पाते हैं। अशिक्षा भी जनसंख्या नियंत्रण में बाधक है। हमें गांव में जागरूकता लाने की जरूरत है। कोरोना महामारी से बचाव व जनसंख्या पर नियंत्रण दोनों पहलुओं पर हमें एक साथ काम करना है। सब लोग मिलकर टीम भावना से काम करेंगे, तभी हम जनसंख्या पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण पा सकते हैं। जनसंख्या के नियंत्रण के विभिन्न उपायों पर विस्तार रूप से चर्चा की गई। इस मौके पर मोहम्मद अली, जय मंगल यादव, कमरुल्ला, सहित विभिन्न गांवों की आशा बहूएं उपस्थित रही। संचालन अशोक चौबे ने किया।