Wednesday, 22 July 2020

बलिया: कैसे होगा कोरोना संक्रमण से बचाव, बांसडीह पुलिस ने दिए ये खाश सुझाए उपाय


बाँसडीह, बलिया: कोरोना ( कोविड 19 ) से भारत सहित विश्व परेशान है। वहीं बलिया में लगातार संक्रमित मरीजों में इजाफा हो रहा है। उसी के मड्डनजर संक्रमण से बचने के लिए तरह - तरह के सुझाव दिये जा रहे हैं। मास्क पहनने के लिए लोगों से अपील करते हुए बाँसडीह कोतवाल राजेश कुमार सिंह को देखा गया। वहीं हमराही भी लोगों को समझाते रहे है। राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस 24 घण्टा लगी रहती है ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग लापरवाही कर रहे हैं। 

कोतवाल ने लोगों से अपील किया कि अगर कोई विशेष काम हो तभी घरों से बाहर निकलें। बिना मास्क के  अनावश्यक बाहर घूमना खतरा से खाली नही है। यही वजह है लोगों को समझाया गया कि फेस मास्क लगाकर चलें। बिना मास्क के कोई बाजार में न दिखे। ऐसा दिखने पर कोरोना अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत करते हुए चलाना किया जाएगा।

दरअसल 2 जुलाई से बलिया शहर सहित आस - पास के 15 गांवों में लगातार लॉक डाउन चल रहा है। पहले 2 से 10 जुलाई तक लॉक डाउन किया गया। स्थिति में सुधार न होने पर डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने 11 जुलाई से 21 जुलाई तक लॉक डाउन को बढ़ा दिया। फिर भी कोई असर नही रहा। 

मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 रिपोर्ट आई। जिसको लेकर डीएम ने 26 जुलाई तक पूर्ण रूप से उक्त शहर सहित 15 गांवों को लॉक डाउन कर दिया। कंटेंटमेंट जोन की बात करें तो अभी उन इलाकों में 50 कंटेंटमेंट जोन बना है।

बलिया :जाज रिपोर्ट आयी थी कोरोना पॉजिटिव, स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष की हुई मौत....

रसड़ा, बलिया। रसड़ा कस्बा के पानी टंकी रोड निवासी गोपाल जी सोनी (60) की मौत उपचार के दौरान लखनऊ में हो गई। वे स्वर्णकार संघ रसड़ा के अध्यक्ष थे।

बताया जा रहा है कि गोपाल जी की किडनी में कुछ दिक्कत थी, जिसका इलाज चल रहा था। तीन दिन पहले किडनी में परेशानी हुई तो उनके पुत्र लखनऊ इलाज के लिए ले गए। वहां डाक्टरों ने कोरोना जांच कराने के बाद ही भर्ती करने की बात कही। रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिलने पर लखनऊ के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत मंगलवार को हुई। 

इसकी खबर मिलते ही घर-परिवार तथा स्वर्णकार समाज में शोक की लहर दौड़ पड़ी। नपा के कार्यवाहक अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सोनी के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन किया गया। सोनी ने कहा कि स्वर्णकार समाज के लोगों के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कुशल नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को खोने का गम हमेशा रहेगा। इस दौरान गतात्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। विनोद सोनी, संदीप सोनी, अतुल सोनी, अनिल सोनी, राजीव सोनी समेत स्वर्णकार समाज के लोग मौजूद रहे। 

बलिया का यह गांव चार केस मिलने से सहमा, पहुंचे अफसर और..


बेरुआरबारी, बलिया। बांसडीह कोतवाली क्षेत्र की ग्राम पंचायत मैरिटार में चार कोरोना पॉजिटिव केस मिलने से पूरे गांव में सन्नाटा है। इस बीच, ब्लाक व तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने  कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के घरों के आस-पास के एरिया को सील कर दिया। साथ ही लोगों को अनावश्यक रूप से घर से न निकलने तथा किसी से भी न मिलने का सख्त निर्देश दिया। 

अधिकारियों ने कहा कि यदि किसी परिस्थितिवश घर से बाहर निकलना पड़ा तो  एक दूसरे से दूरी व मास्क लगाकर ही निकले। Covid19 से बचाव के लिए एहतियात जरूरी है। अधिकारियों की उपस्थिति में कोरोना पॉजिटिव के घरों से सौ मीटर की दूरी तक की एरिया को सील कर दिया गया।

प्रधान श्रीभगवान व ग्राम पंचायत अधिकारी जेएस पांडेय कर्मचारियों के साथ पूरे एरिया में सेनेटाइजर का छिड़काव कराने के साथ ही सबको घरों में ही सुरक्षित रहने की सलाह दी। गांव को सील करते वक्त ग्राम प्रधान श्रीभगवान, जय शंकर पांडेय, एसआई अजय यादव, करीमन इत्यादि रहे।

Tuesday, 21 July 2020

वाराणसी और बलिया आएगी विशेष स्वास्थ्य टीम, बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीज घर पर इलाज करा सकेंगे


कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने वाराणसी और बलिया समेत यूपी के 11 जिलों में विशेष स्वास्थ्य टीम भेजने का फैसला किया है।स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को इस बारे में निर्देश दे दिया गया है। जिलों में पहले से मौजूद नोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे। 

वहीं, बिना लक्षणों वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को भी मंजूरी दे दी है। सीएम योगी ने कहा कि शर्तों के साथ होम आइसोलेशन होगा। रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकाॅल का पालन करना अनिवार्य होगा। 


वाराणसी और बलिया के अलावा लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, झांसी और मुरादाबाद में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजी जाएगी। माना जा रहा है कि राज्य में कोविड संक्रमण के लागातार बढ़ रहे मामले के मद्देनजर बेडों की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। मुख्यंमंत्री ने यह भी कहा कि कोविड-19 के लक्षणरहित संक्रमित लोग बीमारी को छुपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़ सकता है।

मुख्यमंत्री योगी सरकारी आवास पर बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'होम आइसोलेशन की व्यवस्था को लागू करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में सतत जागरूक किया जाए। जागरूकता अभियान में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया सहित बैनर, होर्डिंग, पोस्टर तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाए।' 


हाेम आइसोलेशन की शर्तें :
-इलाज करने वाले डाक्टर ने ऐसे व्यक्ति को लक्षणरहित रोगी के रूप में चिह्नित किया हो।
-ऐसे रोगी के निवास पर खुद को आइसोलेट करने और परिजनों को क्वारंटीन करने की सुविधा हो।
-घर में कम से कम दो शौचालय हों।
-एचआईवी, अंग प्रत्योरोपित, कैंसर का उपचार प्राप्त करने वाले कमजोर मरीज होम आईसोलेशन के पात्र नहीं होंगे।
-24 घंटे रोगी देखभाल करने के लिए एक व्यक्ति उपलब्ध हो।

क्या करना होगा
-सम्पूर्ण आईसोलेशन अवधि के दौरान देखभाल करने वाले व्यक्ति और सम्बंधित अस्पताल के बीच सम्पर्क बनाए रखना होम आईसोलेशन के लिए प्रमुख अनिवार्यता है।
-देखभाल करने वाले व्यक्ति और रोगी के नजदीकी  सम्पर्क में रहने वाले को प्रोटोकाल और उपचार देने वाले डाक्टर की सलाह के अनुसार हाइड्राक्सीक्लोरोक्वीन प्रोफाइलेक्सिस लेनी होगी।
-लिंक www.mygov.in/aarogy.setu.app/ पर उपलब्ध आरोग्य सेतु मोबाइल एप को मोबाईल फोन परर डाउनलोड करना होगा।
-इस एप को ब्लू टूथ एवं वाई फाई के जरिये हमेशा सक्रिय रखना होगा।
-स्मार्ट फोन न होने की सूरत में रोगी की ओर से कंट्रोल रूम के टेलीफोन नम्बर पर अपने स्वास्थ्य की जानकारी देनी  होगी।


कोरोना मरीजों के लिए ये हैं व्यवस्थाएं
-यूपी के सरकारी व निजी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में 1.51 लाख बेड
-जिलों में हल्के बिना लक्षण के मरीजों के लिए हैं एक लाख दस हजार बेड
-जिलों में 54000 कोविड हेल्प डेस्क 
-मरीजों के लिए हेल्प लाइन--18001805145
-मुख्यमंत्री हेल्प लाइन-1075 पर भी कर सकते हैं काल
-120 सरकारी लैबों में हो रही है कोरोना मरीजों की जांच, 21 निजी क्षेत्र की लैब कर रही हैं जांचें
-अस्पतालों में ब्रेकफास्ट के साथ लंच व डिनर के लिए तय की गई है डाइट

डेस्क

बलिया आएंगे मंडलायुक्त 22 जुलाई को, देखेंगे ये काम


बलिया। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत बुधवार को 11:30 बजे जनपद में आएंगे। वे कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा करेंगे। साथ ही एकाध जगहों पर भ्रमण कर सैंपल कलेक्शन का कार्य भी देखेंगे। यह जानकारी जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने दी है।

सिकंदरपुर नगर पंचायत में मिला कोरोना का पहला केस, पहुंची स्वास्थ्य टीम


सिकंदरपुर, बलिया। सिकन्दरपुर कस्बे में मंगलवार को कोरोना ने दस्तक दे दिया है। नगर के मिल्की मुहल्ला निवासी रोडवेज ड्राइवर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें एम्बलेंस से L1 अस्पताल ले गयी। इधर, नगर पंचायत द्वारा संक्रमित व्यक्ति के घर एरिया को बैरिकेडिंग व सैनिटाइजर कराने का कार्य शुरू कर दिया है।

एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन, यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक


लखनऊ। मध्य प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन का मंगलवार सुबह लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और बेटे आशुतोष टंडन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी, उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि बाबूजी नहीं रहे। मालूम हो कि 85 वर्षीय लालजी टंडन का मेदांता अस्पताल में करीब डेढ़ महीने से भर्ती थे, लालजी टंडन किडनी और लिवर की बीमारियों से जूझ रहे थे, टंडन के निधन के बाद यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।


सोमवार देर रात लालजी टंडन की हालत काफी बिगड़ गई थी, उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, इसकी जानकारी लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने दी थी, उनकी जगह इस वक्त उत्तर प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल मध्‍य प्रदेश के गर्वनर की कुर्सी संभाल रही हैं, उन्हें अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।

बता दें कि लालजी टंडन ने उत्तर प्रदेश में बतौर मंत्री कई विभागों का कामकाज संभाला था,वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी माने जाते थे, मौजूदा समय में वो एमपी के राज्यपाल थे, इनका राजनीतिक सफर साल 1960 में शुरू हुआ था, टंडन दो बार पार्षद चुने गए थे और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे थे, उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी बढ़-चढकर हिस्सा लिया था।

अटल बिहारी वाजपेयी के बेहद करीबी रहे हैं लालजी टंडन को उत्तर प्रदेश की राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता था, 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता था, साल 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीति से दूर होने के बाद लखनऊ लोकसभा सीट खाली हो गई थी, इसके बाद भाजपा ने लालजी टंडन को ही यह सीट सौंपी गई थी, उन्होंने साल 2018 में बिहार के राज्यपाल की भी कुर्सी संभाली थी।


डेस्क


बलिया :डिप्टी CMO ने यूं मनाई खुशी ,बेटी श्रुति की सफलता पर


सिकन्दरपुर, बलिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकन्दरपुर पर तैनात उप मुख्य चिकित्साधिकारी व प्रभारी अधीक्षक सिकन्दरपुर डॉ. अजय कुमार तिवारी की पुत्री श्रुति तिवारी ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में 96.8% अंक प्राप्त किया है। मंगलवार को कर्मचारियों ने इस उपलब्धि पर श्रुति को बधाई दिया। उसके उज्जवल भविष्य  की कामना की। वही, अस्पताल परिसर में प्रभारी चिकित्साधिकारी ने मौजूद चिकित्सकों व कर्मचारियों को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।  

बलिया : DM ने नगर क्षेत्र की निगरानी समिति संग बैठक कर दिये यह निर्देश....


बलिया। जिलाधिकारी एसपी शाही की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में नगर क्षेत्र की निगरानी समितियों की बैठक हुई। बैठक में लगभग सभी वार्ड के सभासद भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने समिति के सभी सदस्यों से कहा कि वार्ड में सर्वेक्षण के लिए जा रही मेडिकल टीम का पूरा सहयोग करें। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जांच कराने के लिए प्रोत्साहित करें। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार, अब बिना लक्षण वाले पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की भी सुविधा दी जाएगी। इसलिए अब बिना किसी डर भय के जांच कराएं। सभी सभासदों ने भी आश्वस्त किया कि अब पूरी गम्भीरता से इस पर काम करेंगे और अपने वार्ड को कोरोना मुक्त करने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे। बैठक में एसडीएम सदर अन्नपूर्णा गर्ग, अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा समेत सभासद गण मौजूद थे।

बलिया में मंगलवार को मिला कोरोना का 50 पॉजिटिव केस

बलिया में मंगलवार को मिला कोरोना का 50 पॉजिटिव केस


बलिया। जिले में आज 50 पॉजिटिव केस मिले है। यहां अब तक 775 पॉजिटिव केस सामने आया है। मंगलवार को जारी बुलेटिन का लुक भी बदल गया है।   


बलिया: बता रहे बलिया के विनोद सिंह ,क्यों कमजोर पड़ी शिक्षक संगठनों की जमीन ?



बलिया। निश्चित रूप से यह मन्थन का विषय है कि, प्राथमिक शिक्षक संघ जिसको प्रबुद्धजनों का एक सशक्त दृढ़ और संख्याबल के अनुसार सबसे बड़े और ताकतवर संगठन के रूप में जाना जाता है। उसका शीर्ष नेतृत्व आज इतना प्रभावहीन कैसे हो गया ? जिस शिक्षक संगठन के जुड़ जाने से अन्य संगठनों का आन्दोलन भी ताकतवर और प्रभावशाली हो जाता था, आज वही संगठन अपने अस्तित्व की लड़ाई भी नहीं लड़ पा रहा है। आखिर कुछ ही समय में प्राथमिक शिक्षक संघ किस करवट बैठ गया और क्यों ? वे कौन लोग हैं जिनके कारण चट्टानी एकता और दृढ़ता के लिए जाना जाने वाला प्राथमिक शिक्षक संघ आज छिन्न भिन्न और प्रभावहीन होकर अपने अस्तित्व की अनुभूति तक नहीं करा पा रहा है ?

प्राथमिक शिक्षक संघ के आज के वर्तमान जीर्णावस्था के लिए विगत शीर्ष नेतृत्वकर्ताओं का स्वजन मोह और वर्तमान नेतृत्वकर्ताओं का मिथ्याभिमान और पदलोलुप होना मूल कारण है। किसी भी संगठन या परिवार के नेतृत्वकर्ता को स्व के भाव का, मिथ्याभिमान का, स्वजनों के प्रति आशक्ति का, पदलोलुपता और मोह का त्याग अनिवार्यतया करना ही पड़ता है। इन अनिवार्य आलम्बनों के अभाव के कारण ही प्राथमिक शिक्षक संघ आज दुर्भिक्ष बनकर अपने हश्र को प्राप्त कर रहा है। इस दुःखद वर्तमान की नींव उसी दिन पड़ गयी थी, जब संगठन के एक विगत शीर्ष नेतृत्वकर्ता ने किसी अपने स्वजन को अपना उत्तराधिकारी बनाने का कुत्सित प्रयत्न किया और शिक्षक संघ बिरखने लगा।

ये दुष्चक्र आगे चलकर प्राथमिक शिक्षक संघ को पदलोलुपता की भेंट चढ़ा गया, जिसके कारण इस विशाल, प्रबुद्ध और अनुशासित संगठन के नेतृत्वकर्ताओं ने अपने-अपने को पदासीन करने के लिए कई गुट खड़े कर लिए। सभी को माला, मंच और महिमामंडन का शौक चर्राया और कोई भी अपने पद और मिथ्याभिमान को त्यागने के लिए तैयार नहीं है। संगठन का शीर्ष नेतृत्व एआरपी चयन के प्रक्रिया का विरोध कर रहा था, आज संगठन के पदाधिकारी स्वयं ही एआरपी बन गए हैं।शीर्ष नेतृत्व ने प्रशिक्षण का विरोध किया और अन्दर की सत्य बात ये है कि संगठन के ब्लॉक स्तरीय पदाधिकारी स्वयं ही प्रशिक्षण की व्यवस्था को चाकचौबंद करने में लगे हैं।

आप सभी समझदार है !
जो व्यक्ति कल तक संगठन के पदाधिकारी होने के नाम पर अपना भिन्न-भिन्न उपार्जन साध्य कर रहे थे, आज वही एआरपी बनकर उन अध्यापकों को मार्गदर्शन प्राप्त कराएंगे जो कल भी प्राथमिक शिक्षा के एक आदर्श थे, और आज भी हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ का शीर्ष नेतृत्व अपने पदाधिकारियों को अनुष्ठान पुरोहित बनने से नहीं रोक पा रहा है, लेकिन इनके आन्दोलन में इनके एक आह्वान पर सभी शिक्षक इनके पीछे खड़े हो जाएं, ऐसी इनकी परिकल्पना है।

विनोद कुमार सिंह
जिला व्यायाम शिक्षक (बेसिक)
बलिया (उ.प्र.)

बलिया के इस गांव में खुल कर उड़ रहा सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां


बलिया के केवरा गाँव मे लोग आज भी डिस्टेंसिग की धज्जियाँ उड़ाते नज़र आये, 

बता दे की धनंजय मौर्य ने अपनी 7 बिघा जमीन भी दिये थे  ताकि भीड़ न लगे कुछ दिन तक यहाँ पर दुकान लगा, लेकिन यहाँ के दुकानदार मानते नही फिर वही लोग अपना दुकान चट्टी पर लगाने लगें, यहाँ पुलिस भी देख कर अनदेखी कर रही , ऐसे हाल में जब कि यहाँ बलिया में मरीज दिन प्रति दिन बढ़ रहे ।

ऐसे में लोगों को बिल्कुल भी डर नाम की कोई चीज़ नही नज़र आ रहा,

Monday, 20 July 2020

जाने किसे ग्रामीणों की शिकायत पर योगी के मंत्री ने दी सख्त हिदायद



दुबहर, बलिया। क्षेत्र के नगवां गांव के पास रिग बंधे पर सोमवार  की सुबह पशु वध के अंदेशे से ग्रामीणों ने सतीश चंद्र कालेज के पूर्व अध्यक्ष बिवेक पाठक के नेतृत्व में चार गाड़ियों को रोका जिसमें कुल पांच पशु और दो बछड़े लदे थे । इन लोगों ने इसकी सूचना दुबहर पुलिस को दी मोके पर पहुँचे प्रभारी निरीक्षक रंजीत सिंह एवम एसआई सुरजीत सिंह ने सभी वाहनों समेत पशुओं को लेकर थाने चले गये ।

 वही अस्पताल का निरीक्षण कर रहे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल ने मामले की जानकारी के बाद प्रभारी निरीक्षक रंजीत सिंह से इस घटना के बाबत जानकारी ली और कड़े शब्दों में कहा कि इस तरह की लापरवाही और ऐसी घटनाएं अगर होती है तो मैं कत्तई बर्दास्त नही करूंगा । मेरे विधान सभा में किसी प्रकार कोई गलत कार्य किसी कीमत पर नहीं होगा। 

इसके लिए आपलोग हमेशा तैयार रहे अन्यथा मैं दोषियों के खिलाफ  कार्यवाही करने में नही हिचकुंगा । उधर समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने सभी वाहनों को सीज कर आवश्यक कार्यवाही में लगी थी ।
थाने में पहुची निरुपुर की एक महिला ने जो आपना नाम मंजू यादव बता रही थी उसका कहना है कि इसमें से एक पशु मेरे बेटी को सउर लिपवाई मिला है जो मनियर थाने के खुटहा गांव से आ रहा था । वह उसे छोड़ने के लिए पुलिसकर्मियों से कह रही थी।